tag:blogger.com,1999:blog-2137573861673086114.post317240713150002222..comments2024-02-26T23:20:04.386+05:30Comments on लघुकथा-वार्ता Laghukatha-Varta: लघुकथा : परम्परा और विकास-6 / बलराम अग्रवालबलराम अग्रवालhttp://www.blogger.com/profile/00988526655873868638noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2137573861673086114.post-5665784565883114372016-11-20T23:52:35.191+05:302016-11-20T23:52:35.191+05:30लघुकथा का इतिहास पढ़ने जैसा लगा। लघुकथा काल का सुप...लघुकथा का इतिहास पढ़ने जैसा लगा। लघुकथा काल का सुप्त अवस्था का चिंतन और संधि काल की विवेचना पढ़ना अच्छा लगा। 'परिहासिनी' को लेकर मन में कई बार प्रश्न उठा है पहले भी,पूरी तरह से तो नहीं,लेकिन कुछ हद तक शंकाओं का निवारण मिला है। <br />मुझे इस श्रृंखला का हमेशा इंतजार रहता है। सोचती रहती हूँ कि अगले हफ्ते हम अब लघुकथा के कौन से पहलुओं को जानेंगे।<br />लघुकथा वाकई में चीज तो छोटी ही है लेकिन इसकी कथा वाकई में अनंता है। <br />अभिनंदन आपका। LAGHUKATHA VRITT - RNI- MPHIN/2018/77276https://www.blogger.com/profile/10872997248363313917noreply@blogger.com