tag:blogger.com,1999:blog-2137573861673086114.post8917786091819858062..comments2024-02-26T23:20:04.386+05:30Comments on लघुकथा-वार्ता Laghukatha-Varta: लघुकथा:सृजन और विमर्श / बलराम अग्रवालबलराम अग्रवालhttp://www.blogger.com/profile/00988526655873868638noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2137573861673086114.post-81810728679872026982016-09-06T10:14:20.592+05:302016-09-06T10:14:20.592+05:30bahut hi achhi jankari. kirpa es ko facebook bhi s...bahut hi achhi jankari. kirpa es ko facebook bhi share kare ...aur bhi jyada log pad sakege. dhanyawad <br />-Jagdish Rai KulrianAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/07480148969592124297noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2137573861673086114.post-46606607795366392132016-08-11T08:09:35.003+05:302016-08-11T08:09:35.003+05:30सारगर्भित लेख जो लघुकथा विषयक कई भ्रांतियोंहै को त...सारगर्भित लेख जो लघुकथा विषयक कई भ्रांतियोंहै को तोड़ कर स्पष्ट चित्र दिखाता है या प्रयास करता है । लेख में बहुत सी बातें साफ़ की गईं हैं । कथा को उसके मानदंडों के आधार पर कसा है । ऐसे समृद्ध लेखमाला की बेहद ज़रूरत महसूस कर रही हूँ । ताकि कई पनप रही ग़लतफ़हमियाँ दूर हो सकें जो लघुकथाकार व लघुकथा लेखन को आज और दूरतलक नुकसान पहुँचा सकती है । लेख को मैं दो बार पढ़ गई । लघुकथा को नव धरातल ,नये आयाम प्रदान करने व उसके विकास पर गंभीरता से मनन करना होगा । Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2137573861673086114.post-75463128815398776392016-08-03T19:30:33.128+05:302016-08-03T19:30:33.128+05:30बहुत सटीक बात कही आपने। लघुकथा को पुरानी बहसों, वह...बहुत सटीक बात कही आपने। लघुकथा को पुरानी बहसों, वही पुराने प्रश्न, वही शंकाएं, जिनका कोई उत्तर आज भी नहीं मिल पाया है से बाहर आना होगा। लघुकथा को नए संदर्भों, नए विषयों व रचनाधर्मिता के साथ अपने पैर जमाने होंगे। Niraj Sharmahttps://www.blogger.com/profile/08598387955996729015noreply@blogger.com