(2001 से 2010 तक)
(दोस्तो, ‘लघुकथा-वार्ता’ के गत अंकों में आपने सन् 2001 से 2010 के मध्य प्रकाशित हिंदी लघुकथा संग्रहों, लघुकथा संकलनों, दूसरी भाषाओं/बोलियों में अनूदित संकलनों, पत्र-पत्रिकाओं के लघुकथा विशेषांकों तथा एकल व संपादित लघुकथा आलोचना की पुस्तकों की सूची देखी-पढ़ी। अन्तिम किश्त के रूप में इस बार प्रस्तुत है—लघुकथा गोष्ठियों, सम्मेलनों आदि की सूचना। पूर्व सूची के अनुरूप इस सूची को भी सर्वश्री सूर्यकांत नागर, डॉ सतीश दुबे, सुरेश शर्मा, श्याम सुन्दर अग्रवाल व रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ द्वारा प्राप्त सूचनाओं व पुस्तकों के आधार पर तैयार किया गया है। कुछ संदर्भ डॉ॰ रामकुमार घोटड़ द्वारा संपादित ‘भारत का हिंदी लघुकथा संसार’ से साभार उद्धृत हैं। यदि कोई सूचना इसमें सम्मिलित होने से छूट गई हो अथवा दिनांक आदि की गलती चली गई हो तो कृपया सूचित करें ताकि गलती को ठीक कर लिया जाए। इसको भी भाईश्री शैलेन्द्र कुमार शर्मा, प्रोफेसर, हिंदी विभाग, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन(म॰प्र॰) की सलाह पर ही शोधार्थियों की सुविधार्थ ‘लघुकथा-वार्ता’ के माध्यम से जारी किया जा रहा है।)
संलग्न फोटो:आदित्य अग्रवाल
लघुकथा गोष्ठी-सम्मेलन
1॰ • सन् 2001 में जाट धर्मशाला, हिसार में अखिल भारतीय लघुकथा मंच, बिहार द्वारा दो दिवसीय लघुकथा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें डॉ॰ सतीशराज पुष्करणा, कमलेश भारतीय, रूप देवगुण, मोइनुद्दीन अतहर, पूरन मुद्गल, डॉ॰ स्वर्ण किरण, डॉ॰ राम कुमार घोटड़, सिद्धेश्वर, कृष्णानन्द कृष्ण, पृथ्वीराज अरोड़ा आदि अनेक वरिष्ठ व नवोदित लघुकथाकारों ने भाग लिया।
2॰ • 13-14 अक्टूबर, 2001 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका व मंच ‘मिन्नी’ द्वारा धर्मशाला (हि॰प्र॰) में लघुकथा सम्मेलन आयोजित किया गया।
3॰ • 11 नवम्बर, 2001 को मेरठ के शिशु विद्या मन्दिर में लघुकथा गोष्ठी आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता डॉ॰ गिरिजा शंकर शर्मा ने की।
4॰ • 16 अक्टूबर, 2002 को प्रो॰ राधेश्याम मेहर के संयोजन में भोपाल से प्रकाशित होने वाली पत्रिका ‘समरलोक’ एवं आंचलिक लघुकथाकारों के समीक्षा/आलोचना कार्य पर ‘समर समागम मंच, गोरधनपुरा, कोटा(राजस्थान)’ ने गीता भवन आश्रम, कोटा में गोष्ठी की। इसके अध्यक्ष प्रो॰ टी॰ सी॰ गुप्ता, मुख्य अतिथि श्री मोहनलाल राव तथा विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ लघुकथाकार भगीरथ थे।
5॰ • 19 अक्टूबर, 2002 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका व मंच ‘मिन्नी’ द्वारा पटियाला (पंजाब) में लघुकथा सम्मेलन आयोजित किया गया।
6॰ • 16-17 मई, 2003 को साहित्यिक संस्था ‘पलाश’, रावतभाटा के तत्वाधान में लघुकथा केन्द्रित ‘कथावार्ता’ का आयोजन प्रेस क्लब, कोटा में किया गया। इसमें लघुकथाकार बलराम अग्रवाल(दिल्ली), अशोक भाटिया(करनाल, हरियाणा), जसवीर चावला(चंडीगढ़), सतीश राठी(इन्दौर, म॰प्र॰), सुकेश साहनी(बरेली, उ॰प्र॰), प्रबोध कुमार गोविल(वनस्थली विद्यापीठ, माउंट आबू), भगीरथ व रमेश जैन(रावतभाटा), गोविन्द गौड़(कोटा) आदि अनेक विद्वानों ने भाग लिया। पाँच सत्रों वाले इस दो दिवसीय आयोजन में लघुकथा-पाठ के साथ-साथ उसके विभिन्न पक्षों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
7॰ • 11 अक्टूबर, 2003 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका व मंच ‘मिन्नी’ द्वारा अमृतसर (पंजाब) में लघुकथा सम्मेलन आयोजित किया गया।
8॰ • अगस्त, 2004 में मानव मैत्री मंच, दिल्ली द्वारा ‘लघुकथा : एक सशक्त विधा’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।
9॰ • मधुबन, करनाल(हरियाणा) में 02 अक्टूबर, 2004 को प्रगतिशील लेखक संघ, करनाल व ‘मिन्नी’(अमृतसर, पंजाब) के संयुक्त तत्वाधान में लघुकथा सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें भगीरथ, सुकेश साहनी, बलराम अग्रवाल, डॉ॰ श्याम सुन्दर दीप्ति, श्याम सुन्दर अग्रवाल, हरभजन खेमकरनी, उषा मेहता ‘दीपा’, कोइली भट्टाचार्य सहित हिंदी व पंजाबी के लगभग 60 लघुकथाकारों ने भाग लिया।
10॰ • 4 सितम्बर, 2005 को हिंदी लेखिका संघ, मध्य प्रदेश द्वारा लघुकथा पर कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें इंदौर से पधारे वरिष्ठ कथाकार सूर्यकान्त नागर एवं डॉ॰ योगेन्द्र नाथ शुक्ल ने नवोदित लेखकों को लघुकथा सम्बन्धी मार्गदर्शन दिया। तत्काल ही एक विषय देकर लघुकथा प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें तीन श्रेष्ठ लघुकथाओं को पुरस्कृत भी किया गया।
11॰ • 1 अक्टूबर, 2005 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका व मंच ‘मिन्नी’ द्वारा डलहौजी(हि॰प्र॰) में लघुकथा सम्मेलन आयोजित किया गया।
12॰ • 17-20 नवम्बर, 2005 को कहानी लेखन महाविद्यालय, अम्बाला छावनी, हरियाणा के तत्वाधान में 15वाँ लेखक-मिलन शिविर का आयोजन हुआ। इस शिविर का अन्तिम सत्र 20-11-2005 को सुबह 9 बजे से लघुकथा पर केन्द्रित रहा। इसकी अध्यक्षता सुश्री उर्मि कृष्ण ने व संचालन विकेश निझावन ने किया। इस चर्चा में प्रबोध कुमार गोविल(वनस्थली, टोंक), डॉ॰ राम कुमार घोटड़(चुरू, राजस्थान), अशोक कुमार निराला (छत्तीसगढ़), सत्यनारायण ‘सत्य’(भीलवाड़ा) व सूरज मृदुल(मुजफ्फरपुर, बिहार) ने भाग लिया।
13॰ • 29 अक्टूबर, 2006 को द्वारका, सेक्टर 6(दिल्ली) में डॉ॰ रामकुमार घोटड़ द्वारा संपादित ‘अपठनीय लघुकथाएँ’ का विमोचन डॉ॰ श्याम सिंह शशि द्वारा किया गया व उस पर विचार गोष्ठी भी रखी गई। इस आयोजन में बलराम अग्रवाल, हरनाम शर्मा, अशोक वर्मा, अनिल शूर ‘आज़ाद’, सुरेश यादव आदि अनेक साहित्यिक उपस्थिति थे।
14॰ • हिंदी पुस्तकालय समिति, डीग(राजस्थान) का 80वाँ स्थापना दिवस दिनांक 27 व 28 जुलाई, 2007 को दो दिवसीय साहित्यिक समारोह के रूप में मनाया गया। इसके एक सत्र में लघुकथा चर्चा को भी ससम्मान स्थान दिया गया। लघुकथा-सत्र की अध्यक्षता रामनिवास ‘मानव’ ने की और संचालन गोपाल प्रसाद मुद्गल ने।
15॰ • राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर द्वारा सर्किट हाउस, अजमेर में दिनांक 22 व 23 सितम्बर, 2007 को लघुकथा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें डॉ॰ राम कुमार घोटड़, डॉ॰ नरेन्द्र सिंह, रतन कुमार सांभरिया, उमेश चौरसिया, बद्रीप्रसाद पंचौली, अभिजीत कुमावत आदि ने लघुकथा विषयक विभिन्न बिन्दुओं पर अपने विचार रखे।
16॰ • 15 अप्रैल, 2007 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका व मंच ‘मिन्नी’ द्वारा लुधियाना (पंजाब) में लघुकथा सम्मेलन आयोजित किया गया।
17॰ • 26 अक्टूबर, 2007 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका व मंच ‘मिन्नी’ द्वारा इन्दौर(म॰प्र॰) में लघुकथा सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें वरिष्ठ लघुकथाकार डॉ॰ सतीश दुबे को ‘माता शरबती देवी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
18॰ • 16-17 फरवरी, 2008 को रायपुर(छत्तीसगढ़) में एक अन्तरराष्ट्रीय लघुकथा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में वरिष्ठ आलोचक डॉ॰ कमल किशोर गोयनका, मोहनदास नेमिषराय, सुरेन्द्र तिवारी, बलराम अग्रवाल, सुकेश साहनी, रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’, अशोक भाटिया, रामकुमार आत्रेय, मालती बसंत, रूप देवगुण आदि सहित अमेरिका(देवी नागरानी), थाइलैण्ड, अबू धाबी (पूर्णिमा बर्म्मन), नेपाल आदि से भी साहित्यकारों की भागीदारी रही।
19॰ • 11 अक्टूबर, 2008 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका व मंच ‘मिन्नी’ द्वारा ब्रेटा(पंजाब) में लघुकथा सम्मेलन आयोजित किया गया।
20॰ • 03 अक्टूबर, 2009 को पंजाबी त्रैमासिक पत्रिका ‘मिन्नी’ व हरियाणा साहित्य अकादमी, पंचकुला के संयुक्त तत्वाधान में हरियाणा लेखिका मंच, प्रादेशिक हरियाणा हिंदी साहित्य सम्मेलन व साहित्य सदन, सिरसा(हरियाणा) के सौजन्य से लघुकथा सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें सुकेश साहनी, रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’, हरनाम शर्मा, भगीरथ, डॉ॰ राम कुमार घोटड़, रूप देवगुण आदि अनेक वरिष्ठ लघुकथाकार उपस्थित हुए। इसका संचालन डॉ॰ शील कौशिक ने किया।
21॰ • 06 दिसम्बर, 2009 को साहित्य संगम, पंचकुला के सौजन्य से डॉ॰ रमेश कुन्तल मेघ की अध्यक्षता में लघुकथा गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस गोष्ठी में अशोक भाटिया, डॉ॰ सुरेन्द्र मंथन, राम कुमार आत्रेय, रतनचन्द ‘रत्नेश’ आदि द्वारा लघुकथा पर विशद चर्चा प्रस्तुत की गई। इस आयोजन में पधारे डॉ॰ रमेश कुन्तल मेघ व डॉ॰ फूलचंद ‘मानव’ सरीखे वरिष्ठ साहित्यकारों ने पहली बार लघुकथा के अस्तित्व को स्वीकारा और माना कि लघुकथा भी साहित्य की एक स्वतंत्र विधा है।
22॰ • 23 अक्टूबर, 2010 को पंजाबी त्रैमासिक ‘मिन्नी’ के तत्वाधान में पंचकुला(हरियाणा) में लघुकथा सम्मेलन व लघुकथा पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। इसमें देशभर से पधारे वरिष्ठ व नवोदित लघुकथाकारों-आलोचकों ने भाग लिया।
23॰ • 23 अक्टूबर, 2010 को ही नई दिल्ली से निकलने वाली पत्रिका ‘हम साथ साथ हैं’ की ओर से नई दिल्ली में लघुकथा सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें वरिष्ठ कथाकार बलराम व चित्रा मुद्गल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
24॰ • 12 दिसम्बर, 2010 को पटना(बिहार) में लघुकथा सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें डॉ॰ अशोक भाटिया, रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ आदि लघुकथाकारों/साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
2 टिप्पणियां:
आपके लेखन द्वारा लघुकथा सम्मलेन व गोष्ठियों की विशद जानकारी मिली | आभार |
सम्मानित साहित्यकारों को बधाई ।
भविष्य में आपका बैंगलौर आना अवश्य होगा | उस समय यहाँ भी लघुकथा गोष्टी का आयोजन कराएँ तो बहुत अच्छा लगेगा |
सुधा भार्गव
बहुत बढ़िया संयोजन है। यह सूचि लघुकथा विधा में किये गये काम के संदर्भ में हम सबकी सतही जानकारी को ठोस बनायेगा।लघुकथा के लिये निरंतरता से किया गया यह समस्त कार्य को पढ़ना,हमारे उत्साह को बढ़ाती है। सादर।
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